Raganjli Prachalit aur Aprachalit Rag (Second Edition) Hindi
$57.00
Author: | Gurbux Singh |
ISBN 13: | 9789332706149 |
Binding: | Hardbound |
Language: | Hindi |
Year: | 2023 |
Subject: | Performing Arts/Music |
About the Book
रागांजलि पुस्तक श्री गुरबख्श सिंघ जी के कर्मठ एवं व्यवहारिक कार्य का प्रतिफल है, जो कि उत्तर भारत के ज्ञात एवं अज्ञात रागों का समन्वेषण है। इस पुस्तक में दिशा निर्देशों का संग्रह इतना स्पष्ट/बख़ूबी है, जो कि पाठक/गायक के लिए राग परिचय आसानी से समझने योग्य बनाता है। इस पुस्तक में धार्मिक सन्तों अर्थात भक्त कबीर, नामदेव, रविदास, बाबा .फरीद द्वारा रचित एवं सिक्ख ग्रन्थों से ली हुई रचनाओं को मधुरता से निरूपित की गई बन्दिशों का एक अनूठा संग्रह है।
लेखक ने इस पुस्तक में 160 से ज़्यादा रागों में 350 से ज़्यादा बन्दिशों का समायोजन किया है, जो कि शुद्ध एवं जटिल शैली में होने पर भी सरल एवं आसानी से समझने योग्य हैं। लेखक ने इस बात का भी उचित ध्यान दिया है, कि बन्दिशों का चयन उचित एवं उनकी लय ताल एवं भाव के अनुरूप हो।
Raganjli is the result of a strenuous and insightful work of Gurbux Singh that explores the known and less known Raags of North Indian Music. This book is a compendium of guidelines that take the reader towards the introduction of the Raags. It contains the hymns of the holy saints like Bhagats Kabir, Namdev, Ravidas, Baba Fareed and the Sikh scriptures put into melodious embodiments.
The author has described not less than 160 Raags woven into more than 350 compositions. They are of a pure and intricate style – yet easy and comprehensible. Due attention has been paid that the hymns chosen are adequate and conform to their rhythms and moods respectively.
Contents: Contents in Detail
रागों के वादी संवादी स्वर
सारंग
बडहंस सारंग
मियाँ की सारंग
सरस्वती सारंग
चंद्र सारंग
लंकादहन सारंग
कुलार सारंग
मधमाद सारंग
शु़द्ध सारंग
गौड़ सारंग
बिलावल
देवगिरी बिलावल
यमनी बिलावल
नट बिलावल
कुकुभ बिलावल
सरपदा बिलावल
हेमंत
हंसध्वनि
मयूरावती अथवा हंसेष्वरी
दुर्गा
देशकार
भूपाली
कल्याण
शुद्ध कल्याण
श्याम कल्याण
श्री कल्याण
आसा कल्याण
पूरिया कल्याण
गोरख कल्याण
हिंडोल
नंद
खमाज
मांझ खमाज
गारा
बिहाग
बिहागड़ा
मारू बिहाग
मारग बिहाग
भैरव
अहीर भैरव
बैरागी
नट भैरव
भटियारी भैरव
भटियार
षिवमत भैरव
आनंद भैरव
विमल भैरव
गुणकली
रामकली
जोगिआ
भूपाल तोड़ी
बागेश्री तोड़ी (परमेष्वरी)
बिलासऱवानी तोड़ी
अहीरी तोड़ी
तोड़ी
बहादुरी तोड़ी
गुर्जरी
देसी
मुलतानी
तुरवारी
पहाड़ी
पीलू
तिलंग
शंकरा
मधुवंती
आसा या मांड
आसावरी
देवगंधार
कोमल ऋषभ आसावरी
बहार
केदार
हमीर
कामोद
छायानट
षिवरंजनी, मिश्र षिवरंजनी
किरवानी
जयजयवंती
तिलक कामोद
सोरठ
देस
पटदीप
रागेष्वरी
बागेश्री
राजेष्वरी
जोगेष्वरी
धानी
सिंदूरा
भीमपलासी
भीम
पलासी
मालगुंजी
तिलक श्याम
नट
गांेड अथवा गौड़
सूही
कालिंगड़ा
गउड़ी अथवा गौरी-भैरव ठाठ
गउड़ी बैरागण
बारव़ज़्ार अथवा भूपकली
शोभावरी
चंद्रप्रभा
चारूकेसी
लीलावती
अष्षाक़
भैरवी
आंनद भैरवी
जंगला भैरवी
शुद्ध भैरवी
काफी
बरवा
बंसत मुखारी
विभास-भैरव ठाठ
विभास-मारवा ठाठ
अहीर विभास
जोग
मालकौंस
जोगकौंस
चंद्रकौंस
मधुकौंस
चंद्रकौंस पुराना (औड़व बागेश्री )
नंदकौंस
मंधकौंस
कौशिकरंजनी
गोपिका बसंत
कौसी कानड़ा
सूहा कानुड़ा
अश्शाक कानड़ा
नायकी कानड़ा
शहाना कानड़ा
अभोगी कानड़ा
दरबारी कानड़ा
अड़ाना
सुघरई
सुहा सुघरई
मेघ
सूरदासी मल्हार
सरस्वती मल्हार
मेघ मल्हार
गौड़ मल्हार
मियाँ मल्हार
सरस्वती
पूरिया
मारवा
मालीगौरा
सोहनी
जैत
पूर्वी
बसंत
श्री
पूरियाधनाश्री
रेवा
जैतश्री
त्रिवेणी
ललित
उत्तरी गुणकली
माझ
झिंझोटी
जनसम्मोहिनी
प्रभाती
शब्द सूची
राग सूची
सहायक पुस्तक सूची
About the Author: Gurbux Singh, the author of Raganjli, was trained under the tutelage of Mohinder Singh Ji